हिंदू कैलेंडर के अनुसार, मासिक शिवरात्रि व्रत हर महीने कृष्ण पक्ष की
चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। हर महीने की यह तिथि भगवान शिव
और माता पार्वती को समर्पित है।
इसलिए इस दिन नियम के अनुसार भगवान शिव और माता पार्वती की
पूजा की जाती है। मान्यता के अनुसार जो व्यक्ति मासिक शिवरात्रि का व्रत
करता है उसे भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है। जीवन में सुख-शांति
बनी रहती है और संतान प्राप्ति, रोगों से मुक्ति के लिए मासिक शिवरात्रि का
व्रत भी रखा जाता है।
आगामी मासिक शिवरात्रि शुभ मुहूर्त
4 अक्टूबर 2021, सोमवार (अश्विन, कृष्ण चतुर्दशी)
प्रारंभ - 09:05 अपराह्न, 04 अक्टूबर
समाप्त - 07:04 अपराह्न, 05 अक्टूबर
3 नवंबर 2021, बुधवार (कार्तिक, कृष्ण चतुर्दशी)
प्रारंभ - 09:02 पूर्वाह्न, 03 नवंबर
समाप्त - 06:03 पूर्वाह्न, नवंबर 04
2 दिसंबर 2021, गुरुवार (मार्गशीर्ष, कृष्ण चतुर्दशी)
प्रारंभ - 08:26 अपराह्न, 02 दिसंबर
समाप्त - 04:55 अपराह्न, 03 दिसंबर
मासिक शिवरात्रि व्रत विधि
सुबह स्नान कर घर के मंदिर में दीपक जलाएं।
सबसे पहले भगवान गणेश की पूजा करें। गंगाजल से शिवलिंग का
अभिषेक करें। यदि गंगा जल न हो तो आप स्वच्छ जल से अभिषेक भी कर
सकते हैं।
माता पार्वती और भगवान शिव की पूजा और आरती करें।
इस दिन भगवान शंकर को कुछ मीठा भोग लगाएं।
पौराणिक महत्व
पौराणिक कथाओं के अनुसार, महाशिवरात्रि के दिन आधी रात को भगवान
शिव, शिव लिंग के रूप में प्रकट हुए थे। जिसके बाद सबसे पहले भगवान
ब्रह्मा और भगवान विष्णु ने उनकी पूजा की। शास्त्रों के अनुसार माता
लक्ष्मी, मां सरस्वती, मां गायत्री, माता सीता, मां पार्वती और मां रति ने भी
अपनी जान बचाने के लिए शिवरात्रि का व्रत रखा था.
विशेष बातें:
मासिक शिवरात्रि के दिन कुछ विशेष नियम का पालन करना चाहिए। इस
दिन व्यक्ति को अपनी इंद्रियों पर नियंत्रण रखना चाहिए, ब्रह्मचर्य का पालन
करना चाहिए और मन में किसी के प्रति गलत विचार नहीं लाना चाहिए,
गाली नहीं देनी चाहिए, मांस और शराब का सेवन नहीं करना चाहिए, झूठ
नहीं बोलना चाहिए। क्रोध नहीं करना चाहिए।